Saturday, August 16, 2008

राहत की खबर

विक्रम 24 घंटे में 14 घंटे अपने मोबाइल से चिपका रहता है ... दरअसल उसका पूरा व्यापार ही मोबाइल पर निर्भर है .... लेकिन आज कल वो बहुत परेशान है, जब भी वो किसी मीटिंग में होता है या फिर कभी ड्राइव कर रहा होता है, अक्सर उसके मोबाइल पर आने वाली प्रोमोशनल काल्स उसे परेशान करने लगी हैं .... हांलाकि जब उसे पता चला कि डू नाट काल रजिस्ट्री मे अगर वो अपना नम्बर रजिस्टर करा देगा तो उसे इस तरह के काल आना बंद हो जायेंगे ....तो उसने वैसा ही किया वो अपने मोबाइल ऑपरेटर की वेबसाइट पर गया वहां मौजूद डू नाट काल रजिस्ट्री के बटन पर क्लिक करके उसने अपना मोबाइल नम्बर रजिस्टर करा दिया साथ ही मोबाइल के कस्टमर केयर पर फोन करके भी उसने प्रमोशनल काल बंद करने की अर्ज़ी दी ... लेकिन इस सब के बाद भी प्रमोशनल काल आनी बंद नहीं हुई हैं.......... उधर बंटी भी अपने मोबाइल ऑपरेटर से बहुत आजिज़ आ चुका है ......लेकिन उसकी समस्या थोड़ी अलग है अक्सर बिना उसकी मर्ज़ी के रिंगर या कालर टोन उसके मोबाइल पर चालू कर दी जाती है और जब वो इसके बारे में पता करता है तो उसे बताया जाता है कि “गलती से आप से मोबाइल का कोई बटन दब गया होगा जिसकी वजह से ये सेवा चालू हो गयी है लेकिन इसके पैसे तो आपको अब भरने ही होंगे और अगर आप इसे हटवाना चाहते हैं तो उसके भी पैसे अलग से लगेंगे” .... दरअसल ये परेशानी सिर्फ विक्रम या बंटी की ही नहीं है ...हर तीसरे व्यक्ति को अपने मोबाइल से संबन्धित किसी न किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है .... ज़ाहिर है न तो इतनी आसानी से कोई फोन नंबर ही बदल सकता है और न ही रोज़ रोज़ शिकायतें करने या कोर्ट केस करने का ही समय निकाल पाता है .... लेकिन अब बंटी और विक्रम जैसे तमाम लोगों की इस तरह की समस्याओं का समाधान मिलने वाला है ... पिछले दिनों लिये गये कुछ निर्णय मोबाइल ग्राहकों को राहत देने वाले हो सकते हैं .... एक तो बहु प्रतीक्षित मोबाइल नम्बर पोर्टीबिलिटी को हरी झंडी मिल गयी है ... यानि अगर कोई ग्राहक अपने मोबाइल ऑपरेटर से आजिज़ आ गया है तो वो उसे बिना झिजक के बदल सकता है और उसे अपना पुराना फोन नम्बर बरकरार रखने की पूरी आज़ादी होगी .... यानि ऑपरेटर बदलने पर जो फोन नम्बर बदल जाने की परेशानी थी आने वाले दिनों में ग्राहकों को उससे निजात मिल जायेगी ...... इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक निर्णय में प्रमोशनल काल से परेशान ग्राहकों को बड़ी राहत दी है .... बहुत जल्द ही डू नाट काल रजिस्ट्री की जगह काल रजिस्ट्री ले लेगी .... यानि अब आपको प्रमोशनल काल्स बंद करवाने के लिये डू नाट काल रजिस्ट्री में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाना पड़ेगा बल्कि अगर आप चाहेंगे कि ऐसी प्रमोशनल काल्स आपको मिले तभी इस तरह की काल्स आपके मोबाइल पर आयेगीं ..... और इसके लिये आपको अपना मोबाइल नम्बर काल रजिस्ट्री में रजिस्टर कराना होगा .... हांलाकि अभी ये बहस जारी है कि डू काल रजिस्ट्री लागू करने से क्या समस्या का समाधान हो जायेगा ..... क्योंकि ये तो साफ है कि अगर ये व्यवस्था लागू होती है तो सबसे ज़्यादा नुकसान टेलीमार्केटिंग इंडस्ट्री को होगा, इंडस्ट्री का मानना भी है कि भारत में डू काल रजिस्ट्री में रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या काफी कम है ..... ऐसे में टेलीमार्केटिंग इंडस्ट्री को ख़ासा नुकसान उठाना पड़ सकता है साथ ही इनमें काम कर रहे बड़ी संख्या में लोग बेरोज़गार हो सकते हैं .... उधर दूरसंचार नियामक ट्राई भी मानती है कि करीब नौ दस महीने पहले लागू हुई डू नाट काल रजिस्ट्री व्यवस्था को खत्म करने से पहले इसे कुछ और समय देना चाहिये ...ट्राई का मानना है कि अमेरिका जैसे बिकसित देश में भी डू नाट काल रजिस्ट्री जैसी व्यवस्था ही लागू है न कि डू काल रजिस्ट्री ..... लेकिन यहां ये देखना भी महत्व पूर्ण है कि अमेरिका में व्यवसाय करने वाली टेलीमार्केटिंग कम्पनियां कानून की परधि में रह कर अधिक ज़िम्मेदारी से काम करती हैं साथ ही वो अधिक अनुशासित भी हैं ऐसे में वहां व्यवस्था कोई भी लागू हो, वहां के जागरूक नागिरिकों की गोपनीयता का अधिकार सुरक्षित रहता है .... वहीं भारत में जहां उपभोक्ता अधिकारों का हनन होना कोई बड़ी बात नहीं है जहां का खुला बाज़ार ग्राहकों की अज्ञानता और लापरवाही का फायदा उठाने का कोई भी मौका नहीं चूक रहा हो ..... ऐसे में देश की शीर्ष अदालत का आदेश उपभोक्ता के हितों की रक्षा में अहम कदम है .... हां एक बात और इंड्रस्ट्री को अगर बुरा लग रहा है तो समझ में आता है क्योंकि जब टेलीमार्केटिंग कम्पनियों के पास डेटा नहीं होगा तो ज़ाहिर है अनके क्लाइंट कम हो जायेंगे और उनका व्यवसायिक नुकसान होगा .... लेकिन ट्राई जो कि नियामक संस्था है और जिसका काम इंडस्ट्री को रैगुलेट कर ग्राहकों के हितों की रक्षा करना है वो सिर्फ इस बात के लिये नाक भौं सिकोड़े कि ऐसा करने से इंडस्ट्री को नुकसान होगा .. ज़ाहिर ये सोचने पर मजबूर करती है कि ऐसा करके वो किसके हितों को संभाल रही है .....

1 comment:

Unknown said...

Hmmmmm.......
jankari k liye dhanyawad.
congrats too....